चलों आज कुछ नया लिखें।


चलों कुछ नया लिखतें हैं,
क्या वो पुराना लिखना?
पुराने मे है जान कहा?
चलों उनमें जान फूके,
चलों आज जरूर कुछ नया लिखें।

चलों उस स्याही मे चंदन घोलें,
चंदन बिना खुशबू कहा?
खुशबू बिना मन मे आगोश नहीं,
चलों उस स्याही मे खुशबू झोंक,
चलों आज कुछ नया लिखें।

चलों उन कोरे कागज को भरे,
भरे बिना वो सात रंग कहा?
रंग बिना सब फीका ही,
चलों पन्नों मे रंग भरे,
चलों आज कुछ नया लिखें।

चलों उन अनसुने खयालों पर रूक करें,
रूक करें बिना खयाल से गजल नहीं,
गजल बिना वहीं कोरा कागज, 
चलों राहतें भर गजल लिखें,
चलों आज कुछ नया लिखें।

चलों अब तो हम कुछ लिखें,
लिखे बिना हम ना कुछ सिखें,
चलों आज कुछ नया लिखें।

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